Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Dec 2019 · 1 min read

— बस लिख देता हूँ —

किसी भी समय , किसी भी पल
लिखने को चल देता है यह व्याकुल मन
कौंधता है जब चारों ओर एक शोर
लगता है जैसे होने लगी है भौर !!

सोचता हूँ आज कुछ ऐसा लिख दूँ
मेरे दिल को कुछ तो आये सकून
मेरे मन में उठती जो जवाला है
उस के लिए कुछ तो कम करूँ शोर !!

कभी कभी लगता है जैसे
हवाओं के साथ आने लगा कुल जोर
उड़ा के ले जाने को त्यार होती है
इन हवाओं का खिलखिलाता शोर !!

कभी पहाड़, कभी नदिआ ,कभी समंदर
कभी कभी आसमान से परिंदों का शोर
चेहचहा रही हैं वातावरण में अपनी धुन में
जैसे बजती हो वीणा के तान सा मधुर शोर !!

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
209 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all
You may also like:
सफर में चाहते खुशियॉं, तो ले सामान कम निकलो(मुक्तक)
सफर में चाहते खुशियॉं, तो ले सामान कम निकलो(मुक्तक)
Ravi Prakash
"धूप-छाँव" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
विद्यार्थी को तनाव थका देता है पढ़ाई नही थकाती
विद्यार्थी को तनाव थका देता है पढ़ाई नही थकाती
पूर्वार्थ
# उचित गप्प
# उचित गप्प
DrLakshman Jha Parimal
मन किसी ओर नहीं लगता है
मन किसी ओर नहीं लगता है
Shweta Soni
रोशनी चुभने लगे
रोशनी चुभने लगे
©️ दामिनी नारायण सिंह
दिवाली ऐसी मनायें
दिवाली ऐसी मनायें
gurudeenverma198
काश...
काश...
हिमांशु Kulshrestha
वफ़ाओं की खुशबू मुझ तक यूं पहुंच जाती है,
वफ़ाओं की खुशबू मुझ तक यूं पहुंच जाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
शिव - दीपक नीलपदम्
शिव - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
2) भीड़
2) भीड़
पूनम झा 'प्रथमा'
4038.💐 *पूर्णिका* 💐
4038.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
श्री राम एक मंत्र है श्री राम आज श्लोक हैं
श्री राम एक मंत्र है श्री राम आज श्लोक हैं
Shankar N aanjna
दोस्तों बस मतलब से ही मतलब हो,
दोस्तों बस मतलब से ही मतलब हो,
Ajit Kumar "Karn"
शीर्षक - घुटन
शीर्षक - घुटन
Neeraj Agarwal
चलो चाय पर करने चर्चा।
चलो चाय पर करने चर्चा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
"आज की कविता"
Dr. Kishan tandon kranti
इस मौसम की पहली फुहार आई है
इस मौसम की पहली फुहार आई है
Shambhavi Johri
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
ताश के महल अब हम बनाते नहीं
इंजी. संजय श्रीवास्तव
रौनक़े कम नहीं हैं दुनिया में ,
रौनक़े कम नहीं हैं दुनिया में ,
Dr fauzia Naseem shad
वहाँ से पानी की एक बूँद भी न निकली,
वहाँ से पानी की एक बूँद भी न निकली,
शेखर सिंह
हे🙏जगदीश्वर आ घरती पर🌹
हे🙏जगदीश्वर आ घरती पर🌹
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#पैरोडी-
#पैरोडी-
*प्रणय*
दुनिया का सबसे बड़ा पुण्य का काम किसी के चेहरे पर मुस्कान ला
दुनिया का सबसे बड़ा पुण्य का काम किसी के चेहरे पर मुस्कान ला
Rj Anand Prajapati
नाकामयाबी
नाकामयाबी
भरत कुमार सोलंकी
ऐसे साथ की जरूरत
ऐसे साथ की जरूरत
Vandna Thakur
डॉ भीमराव अम्बेडकर
डॉ भीमराव अम्बेडकर
नूरफातिमा खातून नूरी
प्रश्नों का प्रासाद है,
प्रश्नों का प्रासाद है,
sushil sarna
बदला सा व्यवहार
बदला सा व्यवहार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
समस्या विकट नहीं है लेकिन
समस्या विकट नहीं है लेकिन
Sonam Puneet Dubey
Loading...