बस तुम हो संग
दिल को उसकी याद आई है
उससे कहो वो भी आ जाए
पल ये हो रहे है जो ज़ाया
अब हमको भी संग ले जाए।।
कई दिनों से सोए नहीं
क्या तेरी याद में खोए हम
कुछ भी नहीं अब याद हमें
हर पल यादों में हो बस तुम।।
हम उस गली में है जहां
नींद नहीं, है आंखें नम
कट जायेगा ये जीवन भी
कुछ और नहीं, बस तू हो संग।।
तेरे दिल में जो भी है
मेरे दिल में बस है गम
तू जो कहेगा मुझको अपना
मिट जायेंगे सारे गम।।
तेरी ही चाहत से जिंदा हूं
मुझको सताना कर दे कम
दिल में लगी है चोट ज़्यादा
आकर तू अब लगा मरहम।।
मिल न पाएंगे है वक्त थोड़ा
आकर मुझको अब तू चूम
अब जल्दी कर जो हो गई देर
कहीं हो न जाऊं मैं मरहूम।।