बस कुछ दिनों की बात है।
धर लो पाँव अपने घरों में जरा तुम,
बस कुछ ही दिनों की तो बात है,
कर लो मस्ती अपनों के संग में जरा तुम,
बस कुछ ही दिनों की तो बात है।
हमको मौका मिला है कुछ करजाने का,
घर में रहकर ही अपना फर्ज निभाने का,
रख लो थोड़ी सामाजिक दूरी जरा तुम,
बस कुछ ही दिनों की तो बात है।
डॉक्टर,नर्स,क्लीनर्स और पुलिस दल,
निभा रहे हैं दिनरात अपनी वो ड्यूटी,
कर लो उनकी निष्ठा की कद्र जरा तुम,
बस कुछ ही दिनों की तो बात है।
विपदा की घड़ी में समर्थक बनो सब,
स्वहित छोड़कर देशहित में लगो अब,
न पार करो लक्ष्मण रेखा को जरा तुम,
बस कुछ ही दिनों की तो बात है।
By: Dr Swati Gupta