बसुधा ने तिरंगा फहराया !
दिवाकर ने दे रंग केसरिया,
नभ ने देकर श्वेत रंग ।
हरियाली लेकर खेतों से,
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
धरणीधर ने दिया ताल तरंग,
कोयल ने अलाप लगाया ।
भाँति भाँति के फूलों ने,
वसुंधरा को खूब सजाया ।
बसुधा ने तिरंगा फहराया !
वृक्षो नें पत्र हिलाकर के,
धीमे धीमे करतल देकर।
पवन ने मंद मंद स्वर में,
राष्ट्र गान गर्व से गाया ।
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
सदा पुष्पित सुमन रहे भारत,
पड़ें न कभी गुलामी की छाया।
‘दीप’ जलता रहे गणतंत्र का ,
सदा फहराता रहे तिरंगा प्यारा।
बसुधा ने तिरंगा फहराया !
बसुधा ने तिरंगा फहराया !
-जारी
©कुल’दीप’ मिश्रा
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हार्दिक धन्यवाद !