बर्फ की चादरों को गुमां हो गया
बर्फ की चादरों को गुमां हो गया
कि वो जम जायेगी मन पर
जैसे जम जाते हैं वो पहाड़ों पर
मन ने बर्फ की चादरों का गुमां बनाये रखा
तबतक जबतक उसे लगा
फिर इक दिन पहाड़ ने होले से अंगड़ाई ली
बर्फ डरकर के खिसकने लगे।।
Ruby kumari