Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 May 2024 · 1 min read

बरसात

पहले जैसे अब कहाॅं, होती है बरसात।
जोर -जोर से भी कभी,होती थी दिन रात।
होती थी दिन -रात,चाल छप्पर से टपटप।
बादल गरजे जोर,हवा चलती थी सपसप।
जल्दी लगती नींद,सभी उठते थे अहले।
अब जगते हैं रात,सुबह न उठते ‌ पहले।

1 Like · 66 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मैं तुम और हम
मैं तुम और हम
Ashwani Kumar Jaiswal
कोरोना काल में काल से बचने के लिए
कोरोना काल में काल से बचने के लिए "कोवी-शील्ड" का डोज़ लेने व
*प्रणय*
Be happy with the little that you have, there are people wit
Be happy with the little that you have, there are people wit
पूर्वार्थ
चाँद
चाँद
Atul "Krishn"
दिनांक,,,11/07/2024,,,
दिनांक,,,11/07/2024,,,
Neelofar Khan
पापा गये कहाँ तुम ?
पापा गये कहाँ तुम ?
Surya Barman
चाय
चाय
Rajeev Dutta
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
डॉ अरूण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
4037.💐 *पूर्णिका* 💐
4037.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
चुनाव के दौर से (नील पदम् के दोहे)
चुनाव के दौर से (नील पदम् के दोहे)
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
आया यह मृदु - गीत कहाँ से!
आया यह मृदु - गीत कहाँ से!
Anil Mishra Prahari
उमड़ते जज्बातों में,
उमड़ते जज्बातों में,
Niharika Verma
बाबा चतुर हैं बच बच जाते
बाबा चतुर हैं बच बच जाते
Dhirendra Singh
*ग़ज़ल*
*ग़ज़ल*
आर.एस. 'प्रीतम'
बाल कविता: मेरा कुत्ता
बाल कविता: मेरा कुत्ता
Rajesh Kumar Arjun
प्रेम सदा निष्काम का ,
प्रेम सदा निष्काम का ,
sushil sarna
डर किस बात का
डर किस बात का
Surinder blackpen
*चलो नहाऍं आज चाँदनी में घूमें हम दोनों (मुक्तक)*
*चलो नहाऍं आज चाँदनी में घूमें हम दोनों (मुक्तक)*
Ravi Prakash
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश- 5🍁🍁
🍁🍁तेरे मेरे सन्देश- 5🍁🍁
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मौसम का क्या मिजाज है मत पूछिए जनाब।
मौसम का क्या मिजाज है मत पूछिए जनाब।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
शांति का पढ़ाया पाठ,
शांति का पढ़ाया पाठ,
Ranjeet kumar patre
याद रख इस दुनिया में माँ-बाप के
याद रख इस दुनिया में माँ-बाप के
Sunny kumar kabira
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
स्वागत है  इस नूतन का  यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
स्वागत है इस नूतन का यह वर्ष सदा सुखदायक हो।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
वो और राजनीति
वो और राजनीति
Sanjay ' शून्य'
"जिन्दगी"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़माना इश्क़ की चादर संभारने आया ।
ज़माना इश्क़ की चादर संभारने आया ।
Phool gufran
पिता का यूं चले जाना,
पिता का यूं चले जाना,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
........
........
शेखर सिंह
कितना दर्द सिमट कर।
कितना दर्द सिमट कर।
Taj Mohammad
Loading...