बरसात
आकाश से गिरे घर मे आवे
बारिश कसकर होवे तो डर लग आवे छत बनवाये तो छेद हो जावे तंग होकर वो नेए ।
कवि – मृत्युंजय
दिनांक-14 /6/2021
समय -03pm
शिक्षा – बच्चो हमें बुध्धी का काम करना चाहिए फालतू का खर्च नहीं करना चाहिए
आकाश से गिरे घर मे आवे
बारिश कसकर होवे तो डर लग आवे छत बनवाये तो छेद हो जावे तंग होकर वो नेए ।
कवि – मृत्युंजय
दिनांक-14 /6/2021
समय -03pm
शिक्षा – बच्चो हमें बुध्धी का काम करना चाहिए फालतू का खर्च नहीं करना चाहिए