****बरसात होना चाहिए****___कविता
****बरसात होना चाहिए****
मेघों का नभ में छा जाना।
चम चम बिजली का चमकना।
रिमझिम बरसात का आना।
प्रकृति के यह तो खेल है।
हे धरती के हम तो मानव।
हमारा आपस में मेल होना चाहिए।
*****बरसात होना चाहिए****
बहता आंख से निधनो के पानी।
उनकी अपनी करुण कहानी।
अपना _ उनका साथ होना चाहिए।
**** बरसात होना चाहिए****
मजदूर है हमसे दूर है।
आवश्यकताएं उसको भी जरूर है।
सिर पर उसके हमारा हाथ होना चाहिए।।
****बरसात होना चाहिए****
नजरें हमारी यहां वहां कहां नहीं जाती।
देखे समझे विपदाएं कहां कहां है आती।
ऐसी विपदाओं से हमारी मुलाकात होना चाहिए।।
****बरसात होना चाहिए****
राजेश व्यास अनुनय