Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Dec 2020 · 1 min read

बरसाती मौसम

******** बरसाती मौसम *********
******************************

सीने में आग लगाए बरसाती मौसम
साजन की याद लगाए बरसाती मौसम

शील हवा का झोंका पास से है गुजरता
दिल की धड़कनें बढ़ाए बरसाती मौसम

दिलबर के साथ ही मौजें बहारां होती
तन्हाई महसूस कराए बरसाती मौसम

मेघों की गर्जना से दिल बहुत रोता है
आँखों से अश्रु बहाए बरसाती मौसम

काली घटाओं के संग बरसती हैं बूँदे
सोये ख्वाब है जगाए बरसाती मौसम

मनसीरत की नजरें टिकी है देहली पर
बंद दरवाजा खुलवाए बरसाती मौसम
*****************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)

Language: Hindi
249 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

माँ शारदे
माँ शारदे
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
भाव
भाव
Ashwini sharma
पुष्प
पुष्प
इंजी. संजय श्रीवास्तव
तेरी उल्फत के वो नज़ारे हमने भी बहुत देखें हैं,
तेरी उल्फत के वो नज़ारे हमने भी बहुत देखें हैं,
manjula chauhan
शून्य
शून्य
उमेश बैरवा
विषय-अर्ध भगीरथ।
विषय-अर्ध भगीरथ।
Priya princess panwar
आज की नारी
आज की नारी
Sandhya Chaturvedi(काव्यसंध्या)
एक इंसान ने एक परिंदे से
एक इंसान ने एक परिंदे से
Harinarayan Tanha
गाती मीरा भक्ति भजन है
गाती मीरा भक्ति भजन है
Buddha Prakash
मोहब्बत क्या है  .......
मोहब्बत क्या है .......
sushil sarna
" सोचो "
Dr. Kishan tandon kranti
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
विश्व हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Lokesh Sharma
हम जिएंगे, ऐ दोस्त
हम जिएंगे, ऐ दोस्त
Shekhar Chandra Mitra
"मीठा खा कर शुगर बढ़ी अन्ना के चेले की।
*प्रणय*
रिश्तों की कसौटी
रिश्तों की कसौटी
VINOD CHAUHAN
3876.💐 *पूर्णिका* 💐
3876.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
भिनसार हो गया
भिनसार हो गया
Satish Srijan
जिंदगी हमको हँसाती रात दिन
जिंदगी हमको हँसाती रात दिन
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
रामायण ग्रंथ नहीं ग्रस्ति है
रामायण ग्रंथ नहीं ग्रस्ति है
कवि आलम सिंह गुर्जर
*बाबा लक्ष्मण दास जी की स्तुति (गीत)*
*बाबा लक्ष्मण दास जी की स्तुति (गीत)*
Ravi Prakash
कहा किसी ने आ मिलो तो वक्त ही नही मिला।।
कहा किसी ने आ मिलो तो वक्त ही नही मिला।।
पूर्वार्थ
बस्ती में अपने हिंदू-मुसलमां जो बस गए इंसान की शक्ल देखने को
बस्ती में अपने हिंदू-मुसलमां जो बस गए इंसान की शक्ल देखने को
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
AE888 - Nhà Cái Nổi Bật Với Hệ Thống Nạp/Rút Linh Hoạt, Hệ T
AE888 - Nhà Cái Nổi Bật Với Hệ Thống Nạp/Rút Linh Hoạt, Hệ T
AE888
ईश्वर
ईश्वर
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
किवाङ की ओट से
किवाङ की ओट से
Chitra Bisht
ख़्वाहिशें
ख़्वाहिशें
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
अमिट सत्य
अमिट सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
संवेदनशील हुए बिना
संवेदनशील हुए बिना
Shweta Soni
कुर्सी
कुर्सी
Bodhisatva kastooriya
Loading...