बरबादी के साल हवे ई
बारिश ना हऽ काल हवे ई
जिउवा के जंजाल हवे ई
जामि गइल बा खोंता नीयर
धाने के तऽ हाल हवे ई
डूब गइल पानी में गाड़ी
रस्ता हऽ कि ताल हवे ई
मनई के मछरी समझेला
भाई केकर जाल हवे ई
संकट में ‘आकाश’ सभे बा
बरबादी के साल हवे ई
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- ०३/१०/२०२१