बय्ये के घोंसले
बय्ये के घोंसले
मेरे मित्र की
अतिथिशाला की
शोभा बढ़ा रहे हैं
बय्ये के घोंसले
जब भी मैं देखता हूँ
इन घोंसलों को
मन में आते हैं विचार
गजब सृजन करते हैं
ये नन्हे कलाकार
-विनोद सिल्ला©
बय्ये के घोंसले
मेरे मित्र की
अतिथिशाला की
शोभा बढ़ा रहे हैं
बय्ये के घोंसले
जब भी मैं देखता हूँ
इन घोंसलों को
मन में आते हैं विचार
गजब सृजन करते हैं
ये नन्हे कलाकार
-विनोद सिल्ला©