Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Jan 2022 · 1 min read

बन के रणचंडी काट शीश,

जुल्मो सितम तो बहुत सह लिये,अब तो प्रतिकार करो।
ना बाज़ कभी ये आयेंगे,दुश्मन पर अब तो वार करो ।।
सहा ना जाये ओर जुल्म अब,इन नापाक शैतानों का-
बन के रणचंडी काट शीश, दुष्टों का अब संहार करो

✍ शायर देव मेहरानियाँ
अलवर, राजस्थान
(शायर, कवि व गीतकार)
Mob _7891640945
slmehraniya@gmail.com

Language: Hindi
1 Like · 392 Views

You may also like these posts

‌सोच हमारी अपनी होती हैं।
‌सोच हमारी अपनी होती हैं।
Neeraj Agarwal
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
Tarun Singh Pawar
राम का चिंतन
राम का चिंतन
Shashi Mahajan
रोला छंद -
रोला छंद -
sushil sarna
"जिन्दादिली"
Dr. Kishan tandon kranti
स्वार्थ
स्वार्थ
Shutisha Rajput
24/250. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
24/250. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः। नमो नमस्ते तुल
देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः। नमो नमस्ते तुल
Shashi kala vyas
ശവദാഹം
ശവദാഹം
Heera S
मन पर मन को मन से मिलाना आसान होगा
मन पर मन को मन से मिलाना आसान होगा
भरत कुमार सोलंकी
काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!
काश आज चंद्रमा से मुलाकाकत हो जाती!
पूर्वार्थ
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
गले लगाना है तो उस गरीब को गले लगाओ साहिब
कृष्णकांत गुर्जर
मैं हूँ भारतीय 🇮🇳
मैं हूँ भारतीय 🇮🇳
Sakhi
जो नि: स्वार्थ है
जो नि: स्वार्थ है
Mahetaru madhukar
इश्क़ छूने की जरूरत नहीं।
इश्क़ छूने की जरूरत नहीं।
Rj Anand Prajapati
मोर
मोर
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
अवास्तविक
अवास्तविक
Minal Aggarwal
वो जो आए दुरुस्त आए
वो जो आए दुरुस्त आए
VINOD CHAUHAN
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
भावो का भूखा
भावो का भूखा
ललकार भारद्वाज
ना कर नज़रंदाज़ देखकर मेरी शख्सियत को, हिस्सा हूं उस वक्त का
ना कर नज़रंदाज़ देखकर मेरी शख्सियत को, हिस्सा हूं उस वक्त का
SUDESH KUMAR
सावन
सावन
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
"रूप" की गली से आरंभ होकर "नर्क" के गलियारे तक का मर्म बताने
*प्रणय*
श्याम बदरा
श्याम बदरा
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
आजकल लोग बहुत निष्ठुर हो गए हैं,
आजकल लोग बहुत निष्ठुर हो गए हैं,
ओनिका सेतिया 'अनु '
होली
होली
Meera Singh
गांधी होने का क्या अर्थ है?
गांधी होने का क्या अर्थ है?
Aman Kumar Holy
जिंदगी से जिंदगी को ,
जिंदगी से जिंदगी को ,
रुपेश कुमार
"पुरानी तस्वीरें"
Lohit Tamta
Loading...