बदल जाना चाहिए था
रात का माहौल बदल जाना चाहिए था
चांद अब तक निकल आना चाहिए था
यूं बेकरारी मे रात बशर होना मुश्किल है
दिल किसी तरह बहल जाना चाहिए था
मंज़िल की ख्वाहिश अगर शिद्दत से थी
कुछ ठोकरें खाकर संभल जाना चाहिए था
रात का माहौल बदल जाना चाहिए था
चांद अब तक निकल आना चाहिए था
यूं बेकरारी मे रात बशर होना मुश्किल है
दिल किसी तरह बहल जाना चाहिए था
मंज़िल की ख्वाहिश अगर शिद्दत से थी
कुछ ठोकरें खाकर संभल जाना चाहिए था