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20 Nov 2017 · 1 min read

” ———————————- बदले से दिनमान ” !!

हंसती आंखें करे शरारत , अधर बसी मुस्कान!
यही अदाऐं मन को भाती, तुम रत्नों की खान !!

नाम हमारा टांग गले में , इतराये फिरते हो !
याद हमारी हृदय बसाये , बनो ना यों अनजान !!

बिखरी अलकें , छटा है बंकिम , और शरारत छलके !
हम जैसे जाने कितनो के ,छूटा हाथ ईमान !!

धूप गुनगुनी रूप निखारे , कंचन काया गमके !
सूरज ने ओढ़ी शीतलता , बदले से दिनमान !!

बाग बहारें दिखे झूमती , आँचल जब लहराओ !
पवन झकोरे बड़े शान से , करते हैं गुण गान !!

प्यारभरी नज़रों से लूटा , हम तो ठगे ठगे से !
चाहत की दरकार भी छूटी , उलझे से मन प्राण !!

बृज व्यास

Language: Hindi
Tag: गीत
513 Views
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