Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Dr fauzia Naseem shad
191 Followers
Follow
Report this post
1 Sep 2024 · 1 min read
बदले में
तेरी मसरूफ़ियत के बदले में,
ग़म में मसरूफ़ हो गये हम भी।
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
1 Like
· 78 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
फ़ासले
Dr. Fauzia Naseem Shad
एहसास के मोती
Dr. Fauzia Naseem Shad
मेरे एहसास
Dr. Fauzia Naseem Shad
You may also like these posts
पानी- पानी ....
sushil sarna
उफ़ ये गहराइयों के अंदर भी,
Dr fauzia Naseem shad
पीड़ाएं सही जाती हैं..
Priya Maithil
Dr. Arun Kumar Shastri – Ek Abodh Balak – Arun Atript
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कोई गज़ल गा दीजिए
देवेंद्र प्रताप वर्मा 'विनीत'
यह देश भी क्या कोई देश है?
Shekhar Chandra Mitra
खत
Punam Pande
रुकता समय
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
मुक्तक
प्रीतम श्रावस्तवी
**तीखी नजरें आर-पार कर बैठे**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
दुख होला झगरा कइला से
आकाश महेशपुरी
2481.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
*******खुशी*********
Dr. Vaishali Verma
"ज़ायज़ नहीं लगता"
ओसमणी साहू 'ओश'
तुम्हारी उपस्थिति में,
पूर्वार्थ
चाँद ने एक दिन चाँदनी से कहा
कुमार अविनाश 'केसर'
" अजनबी "
Dr. Kishan tandon kranti
किसी और के आंगन में
Chitra Bisht
"" *सुनीलानंद* ""
सुनीलानंद महंत
कविता हंसना
Akib Javed
माइल है दर्दे-ज़ीस्त,मिरे जिस्मो-जाँ के बीच
Sarfaraz Ahmed Aasee
कब तक कौन रहेगा साथी
Ramswaroop Dinkar
घर के राजदुलारे युवा।
Kuldeep mishra (KD)
पूज्य पिता की पुण्यतिथि
महेश चन्द्र त्रिपाठी
■ "डमी" मतलब वोट काटने के लिए खरीद कर खड़े किए गए अपात्र व अय
*प्रणय*
सबने मिलकर जिसको आगे बढ़ाया,
Ajit Kumar "Karn"
मैं उसका और बस वो मेरा था
एकांत
- दिल की बाते शायद में मेरे दिल में रख पाऊ -
bharat gehlot
धर्म-कर्म (भजन)
Sandeep Pande
मां कात्यायनी
Mukesh Kumar Sonkar
Loading...