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10 Oct 2021 · 1 min read

बदले दोस्त

दोस्ती कर के खुशियों की किताब मांगते है
दोस्त मेरे गलतियों का हिसाब मांगते है

शामिल होते है हर खुशी में मेरी
आसुओं के मेले में अकेला छोड़ देते है
दोस्त मेरे गलतियों का हिसाब मांगते है

मुस्कुराए सब कुछ सहकर तो अच्छे लगते है
बताए बाते दिल की तो वो जज करते हैं
दोस्त मेरे गलतियों का हिसाब मांगते है

कर्ण बनू मैं ख्वाइश सब रखते है
दुर्योधन बन कर साथ निभाते नही है
दोस्त मेरे गलतियों का हिसाब मांगते है

अच्छाई को मेरी वो संभाल लेते है
गलतियों को वो मेरी भुला पाते नही है
दोस्त मेरे गलतियों का हिसाब मांगते है

Language: Hindi
3 Likes · 277 Views
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