बदला
बदला
छुट्टी के बाद शिक्षक जसवीर बस अड्डे पर, बस का इंतजार कर रहे थे।
उनके पास पूर्व छात्र राजेश आया। आते ही अभिवादन किया।
उसका अभिवादन स्वीकार करके मास्टर जी बोले, “राजेश कौन सी कक्षा में हो गया?”
राजेश बोला, “सर जी दसवीं कक्षा में छोड़ दिया।”
मास्टर जी समझाते हुए कहने लगे, “तेरी पढ़ने-लिखने की उम्र है। फिर से पढ़ाई शुरु कर दे। शादी अच्छी पढ़ी-लिखी लड़की से हो जाएगी। वरना तो रह जाएगा। कन्या-भ्रूण हत्या के कारण लिंगानुपात घट रहा है। लड़कियों की कमी है। तेरे परिवार की आर्थिक हालात भी ठीक नहीं। कैसे होगी तेरी शादी?”
राजेश बोला, “सर जी बाकी तो देखा जाएगा, शादी की चिंता नहीं है। मेरे बहन नौंवी कक्षा में पढती है। उसके बदले में हो जाएगी।”
राजेश की बात मास्टर जी आवाक रह गया। सोचने लगा कि इंसान कितना अप्राकृतिक हो गया। जीवनसाथी अपनी पसंद का नहीं बल्कि बहन या भाई के बदले मिलता है।
-विनोद सिल्ला