बदलने लगते है लोगो के हाव भाव जब।
बदलने लगते है लोगो के हाव भाव जब।
सीधी मुंह बात नही करते ।
है तेरे रिश्ते का अस्तित्व खतरे में।
जहां केवल अपना एक स्वार्थ हो उसे प्यार नही कहते।
दुनिया में रहकर ये सीखा है आनंद।
हो मोहब्बत जिनसे बेपनाह वो वक्त का रोना नहीं रोते।
RJ Anand Prajapati