बदलते रहते हैं।
जीवन के गीतों के अब ,सुर ताल बदलते रहते हैं।
समय देखकर लोगों के ,हाल -चाल बदलते रहते हैं।
गर वक्त तुम्हारा बदला है तो फिर ये वक्त का बदला
है,
ये वक्त वक्त के रिश्ते हैं ,तत्काल बदलते रहते हैं।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी
जीवन के गीतों के अब ,सुर ताल बदलते रहते हैं।
समय देखकर लोगों के ,हाल -चाल बदलते रहते हैं।
गर वक्त तुम्हारा बदला है तो फिर ये वक्त का बदला
है,
ये वक्त वक्त के रिश्ते हैं ,तत्काल बदलते रहते हैं।
-सिद्धार्थ गोरखपुरी