Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jul 2021 · 1 min read

बदलता वक़्त

वक़्त के बदलावों से ना भरमाइए
ये जरूरी हैं यह मानकर इन्हें अपनाइये
खुद भी समझिए औरों को भी समझाइये
वफ़ा करिए अपनों से ना दूरियाँ बढ़ाइये
सही रास्ते पर ही बस चलते जाइये
कामयाबी के शिखर पर पहुँचकर दिखाइये
मुश्किल कतई नही है सफर मंजिल तक का
पर शर्त ये है कि पहले मन तो बनाइये
अच्छा- बुरा दौर सबका आता है
हालातों को हार की वजह ना बनाइए।

Language: Hindi
298 Views

You may also like these posts

4132.💐 *पूर्णिका* 💐
4132.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आओ ऐसा दीप जलाएं...🪔
आओ ऐसा दीप जलाएं...🪔
सत्यम प्रकाश 'ऋतुपर्ण'
अजब तमाशा जिंदगी,
अजब तमाशा जिंदगी,
sushil sarna
भोले भक्त को भूल न जाना रचनाकार अरविंद भारद्वाज
भोले भक्त को भूल न जाना रचनाकार अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
दिल टूटा है।
दिल टूटा है।
Dr.sima
एक पेज की कीमत उससे पूछो जिसका एडमिट कार्ड खो जाए, टिकट खो ज
एक पेज की कीमत उससे पूछो जिसका एडमिट कार्ड खो जाए, टिकट खो ज
Rj Anand Prajapati
पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा।
पहले जो मेरा यार था वो अब नहीं रहा।
सत्य कुमार प्रेमी
जीवन के किसी भी मोड़ पर
जीवन के किसी भी मोड़ पर
Dr fauzia Naseem shad
उसकी वो बातें बेहद याद आती है
उसकी वो बातें बेहद याद आती है
Rekha khichi
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
कलम ही नहीं हूं मैं
कलम ही नहीं हूं मैं
अनिल कुमार निश्छल
- विदाई समारोह -
- विदाई समारोह -
bharat gehlot
माँ मेरी जान
माँ मेरी जान
डिजेन्द्र कुर्रे
अपना उल्लू सीधा करना
अपना उल्लू सीधा करना
Vishnu Prasad 'panchotiya'
जिंदगी
जिंदगी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
" मुक्ति "
Dr. Kishan tandon kranti
दीया इल्म का कोई भी तूफा बुझा नहीं सकता।
दीया इल्म का कोई भी तूफा बुझा नहीं सकता।
Phool gufran
हिन्दी दिवस १४ सितम्बर २०२३
हिन्दी दिवस १४ सितम्बर २०२३
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
मांदर बाजय रे गोरी नाचे न
मांदर बाजय रे गोरी नाचे न
Santosh kumar Miri
यूँ न फेंको गुलाल.. रहने दो.!
यूँ न फेंको गुलाल.. रहने दो.!
पंकज परिंदा
मोबाईल
मोबाईल
Mansi Kadam
* याद है *
* याद है *
surenderpal vaidya
बसपन में सोचते थे
बसपन में सोचते थे
Ishwar
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
माता सरस्वती
माता सरस्वती
Rambali Mishra
सम्प्रेषण
सम्प्रेषण
Khajan Singh Nain
बेटा बचाओं देश बचाओं
बेटा बचाओं देश बचाओं
Indu Singh
सुबह
सुबह
Neeraj Agarwal
तेरे मेरे बीच में,
तेरे मेरे बीच में,
नेताम आर सी
दर्द की नदी जैसे बहते रहे हम,
दर्द की नदी जैसे बहते रहे हम,
रश्मि मृदुलिका
Loading...