बदतमीजी
📖✒️जीवन की पाठशाला 📙🖋️
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जो इंसान अपने बीते हुए कल में ही उलझा रहता है वो अपना आज और अपना आने वाला कल खुशनुमा और सुरक्षित नहीं बना सकता …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की कई बार सीधा स्पष्ट बोलना -आइना दिखाना इंसान को सामने वाले की बदजुबानी दिखता है बजाय इसके की वाकई वो आईने के सामने बैठ कर अपने अंदर झांकें …,
जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की गलत बात को गलत नहीं बोल कर चुप हो जाना कायरता है इसलिए बेहतर है की सच बोल कर बदतमीजी कर दी जाये ….,
आखिर में एक ही बात समझ आई की जो अपनी राह की मिटटी /धूल को अपने चेहरे का गुलाल /चन्दन मानते हैं वही जीवन के सुख दुःख -उतार चढ़ाव- धुप छाँव को समझ पाते हैं …!
Affirmations:
11.मैं अपने लिए अद्भुत नए विश्वासो की रचना करता हूं.. ,
12.हमारा व्यापार और कार्य एक दिव्य विचार है…,
13.मैं अपने अंदर संभावनाओं के एक योग को अनुभव करता हूं.. ,
14.हमारा व्यापार फल फूल रहा है…,
15.मुझे परिवर्तन करना आसान होता है…,
बाकी कल ,खतरा अभी टला नहीं है ,दो गई की दूरी और मास्क 😷 है जरूरी ….सावधान रहिये -सतर्क रहिये -निस्वार्थ नेक कर्म कीजिये -अपने इष्ट -सतगुरु को अपने आप को समर्पित कर दीजिये ….!
🙏सुप्रभात 🌹
आपका दिन शुभ हो
विकास शर्मा'”शिवाया”
🔱जयपुर -राजस्थान 🔱