बता तुम ही सांवरिया मेरे,
बता तुम ही सांवरिया मेरे,
किससे और किस पे जताउ,
नाराज़गी अपनी,
ज़ख्म दुनिया ने दिए पर,
तुम भी कहां पीछे थे,
अब बताओ कान्हा मेरे,
क्या खुद पे क्रोध करु,
या,
अपने नसीब पे
बता तुम ही सांवरिया मेरे,
किससे और किस पे जताउ,
नाराज़गी अपनी,
ज़ख्म दुनिया ने दिए पर,
तुम भी कहां पीछे थे,
अब बताओ कान्हा मेरे,
क्या खुद पे क्रोध करु,
या,
अपने नसीब पे