बढ़िया पकड़ावति लीक नहीं
बढ़िया पकड़ावति लीक नहीं ।
जबते यहु देशु अजाद भवा,
हमका नहि लाग अबाद भवा,
पर भीतर ते बरबाद भवा,
हमका तौ मिला कोउ ठीक नहीं ।
बढ़िया पकड़वति लीक नहीं ।।
घर मा सब चोर भये अपने,
उइ देखि रहें बड़के सपने,
रुपिया न रहा उनके कफने,
पर पान की थूंकति पीक नहीं ।
बढ़िया पकड़ावति लीक नहीं ।।
अभिभावक आजु बुलाय रहें,
खुद पान चबाय सिखाय रहें,
मन मा कछु नांहि लजाय रहें,
जब सीखि गवा तब नीक नहीं ।
बढ़िया पकड़ावति लीक नहीं ।।
सब लोग समाज पा आँखि धरैं,
नहि बात कोऊ बढ़िया पकरैं,
घटिया बिन बोले का यादि करैं,
जस फूल हवै तस हीक नहीं ।
बढ़िया पकड़ावति लीक नहीं ।।
‘प्रेमी’ कर्तव्य का ताख धरैं,
अपने अधिकार का ध्यान करैं,
यक दूजे ते फूले ही फूले फिरैं,
गुरु की किरिपा अबै फीकि नहीं ।
बढ़िया पकड़ावति लीक नहीं ।।
__सतगुरु प्रेमी
मो०-9721750511