बढ़ाये ज्ञान
करे दूर
अंधकार
हटे जीवन से
अंहकार
अपनाओ अच्छे
संस्कार
ज्ञान को करें
अंगीकार
पढ़े तो
बढ़े ज्ञान
बढ़े समाज में
सम्मान
घर परिवार में
मान
जिन्दगी में हो
शान
मिटता नहीं
कभी ज्ञान
दिखाता
सही राह
सुबह शाम
हो उन्नति
जीवन में
हो हर जगह
नाम
है
पहली पाठशाला
माता पिता का
ज्ञान
फिर है
अध्यापक का
संज्ञान
सिखाती फिर तो
जिन्दगी दर
जिन्दगी
बड़े ऊँचे
और ऊँचे
है ज्ञान
बढ़े विज्ञान
अदभुत मिलन
अंतरिक्ष का
धरती से
मिलान
अंधविश्वास
का करे नाश
ज्ञान है
विश्व में महान
रखे खुश
बने सहारा
जन जन का
स्वलिखित
लेखक संतोष श्रीवास्तव भोपाल