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22 May 2023 · 1 min read

*बड़ मावसयह कह रहा ,बरगद वृक्ष महान ( कुंडलिया )*

बड़ मावसयह कह रहा ,बरगद वृक्ष महान ( कुंडलिया )
———————————————–
बड़ मावस यह कह रहा ,बरगद वृक्ष महान
वृक्षों की पूजा रही , भारत की पहचान
भारत की पहचान , वृक्ष देते हैं छाया
पथिक पा रहा छाँव ,अर्थ नवजीवन पाया
कहते रवि कविराय , जेठ में पाते पावस
सदा-सदा आह्लाद , जहाँ पूजा बड़ मावस
—————————————————
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99 97 61 5451

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