बड़ी सादगी से सच को झूठ,
बड़ी सादगी से सच को झूठ,
झूठ को सच कह दिया,
उसने बिना कुछ कहे अपनी,
ज़िंदगी का हर सच कह दिया,
ना जाने लोग उसे इतना,
क्यों बुरा बनाते रहे,
हर इक कदम पर,
बस इतना ही किया उसने,
ज़िंदगी को मुश्किल सच कह दिया
©️ डॉ. शशांक शर्मा “रईस”