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19 Feb 2022 · 1 min read

बड़ी मुश्किलों से

दिल-ए-उलझनों से निकाला है खुद को ।
बहुत मुश्किलों से संभाला है खुद को ।।
सिवा तेरे मुझमें अब बाक़ी नहीं कुछ ।
बड़ी शिद्दतो से खंगाला है खुद को ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
8 Likes · 142 Views
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