Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Oct 2024 · 1 min read

बड़ी अजीब है दुनिया साहब

बड़ी अजीब है दुनिया साहब
यहां जूते शोरूम में ।
और किताब फुटपाथ पर बिकते हैं।
यहां शराब नकद में ।
और दूध उधार में दिखाते हैं
कुत्ते घर में
और गाय फुटपाथ पर रहती है

1 Like · 53 Views

You may also like these posts

संघर्षों की एक कथाः लोककवि रामचरन गुप्त +इंजीनियर अशोक कुमार गुप्त [ पुत्र ]
संघर्षों की एक कथाः लोककवि रामचरन गुप्त +इंजीनियर अशोक कुमार गुप्त [ पुत्र ]
कवि रमेशराज
खुद को खुद में ही
खुद को खुद में ही
Seema gupta,Alwar
विनायक की विनय
विनायक की विनय
संजीवनी गुप्ता
बात खो गई
बात खो गई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
गुरु रत्न सम्मान हेतु आवेदन आमंत्रित हैं
गुरु रत्न सम्मान हेतु आवेदन आमंत्रित हैं
Mukesh Kumar Rishi Verma
प्रेम लौट आता है
प्रेम लौट आता है
Meenakshi Bhatnagar
आ जाती हो याद तुम मुझको
आ जाती हो याद तुम मुझको
gurudeenverma198
सुविचार
सुविचार
Sanjeev Kumar mishra
घनाक्षरी गीत...
घनाक्षरी गीत...
डॉ.सीमा अग्रवाल
ओ! मेरी प्रेयसी
ओ! मेरी प्रेयसी
SATPAL CHAUHAN
!! यह तो सर गद्दारी है !!
!! यह तो सर गद्दारी है !!
Chunnu Lal Gupta
*माँ दुर्गा का प्रथम स्वरूप - शैलपुत्री*
*माँ दुर्गा का प्रथम स्वरूप - शैलपुत्री*
Shashi kala vyas
उम्र गुजर जाती है
उम्र गुजर जाती है
Chitra Bisht
गांव गली के कीचड़, मिट्टी, बालू, पानी, धूल के।
गांव गली के कीचड़, मिट्टी, बालू, पानी, धूल के।
सत्य कुमार प्रेमी
*आया फिर से देश में, नूतन आम चुनाव (कुंडलिया)*
*आया फिर से देश में, नूतन आम चुनाव (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मंजिल तक पहुँचाना प्रिये
मंजिल तक पहुँचाना प्रिये
Pratibha Pandey
द्वंद्व हो
द्वंद्व हो
RAMESH Kumar
"रिश्ता टूटे ना"
Yogendra Chaturwedi
इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय ।
इतना ही बस रूठिए , मना सके जो कोय ।
Manju sagar
"रंग प्रेम का"
Dr. Kishan tandon kranti
- रुसवाई -
- रुसवाई -
bharat gehlot
ईश्वर का
ईश्वर का "ह्यूमर" - "श्मशान वैराग्य"
Atul "Krishn"
बेटियों का जीवन_एक समर– गीत।
बेटियों का जीवन_एक समर– गीत।
Abhishek Soni
बता देना।
बता देना।
डॉ नवीन जोशी 'नवल'
कुछ औरतें खा जाती हैं, दूसरी औरतों के अस्तित्व । उनके सपने,
कुछ औरतें खा जाती हैं, दूसरी औरतों के अस्तित्व । उनके सपने,
पूर्वार्थ
दोहा पंचक. . . .
दोहा पंचक. . . .
sushil sarna
*****हॄदय में राम*****
*****हॄदय में राम*****
Kavita Chouhan
सरसी छंद
सरसी छंद
seema sharma
3376⚘ *पूर्णिका* ⚘
3376⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
Loading...