बड़ा कौन
पहले ये तो समझो की तुम कहां खड़े हो।
फिर जग को बतलाना किससे कहां बड़े हो।।
कुछ तो धन बुद्धि कर्म धर्म में अंतर होगा।
मानव जीवन में यह संघर्ष निरंतर होगा।।
मत मानो धन बल बुद्धि नीति में आगे है जो खड़ा हुआ।
सबकुछ पाकर सत्य प्रेम करुणा जो पाया सो बड़ा हुआ।।