बच्चों का त्योहार
नन्हे मुन्ने बच्चों का बाल दिवस त्योहार है ।
चाचाजी का समर्पित बच्चों के प्रति प्यार है ।।
आज बच्चों में उत्साह बेशुमार है ।
बच्चों को नेहरू चाचा से प्यार है ।।
बाल दिवस बच्चों का दिन है ।
अफसोस कि अब चाचाजी के बिन है ।।
आज के दिन विद्यालयों में मेला लगता है ।
बच्चों की खुशियों का आज ठेला लगता है ।।
नन्हे मुन्ने बच्चों की मनहारी दुकान है ।
सभी व्यस्त हैं पर किसी को ना थकान है ।।
बच्चों की भोली सूरत और भी प्यारी लग रही ।
गोल गप्पे खाते हुए उनकी मुस्कान और भी न्यारी लग रही ।।
प्रेम और समरसता का उनके चेहरों पर जो भाव है ।
उस भाव में ना कपटता का कोई घाव है ।।
बच्चे तो कपट रहित निश्छल हैं ।
ये बच्चे ही तो देश का कल हैं ।।
– नवीन कुमार जैन