बच्चे ही मां बाप की दुनियां होते हैं।
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/d656e73f126848bbc986c2c5a0192f95_9fe73601f60900e483e52131dad13d15_600.jpg)
मुक्तक
बच्चे ही मां बाप की दुनियां होते हैं।
बच्चे हैं इक फूल जो कलियां होते हैं।
कल बेकल हो जाता है,बच्चों के बिन,
बच्चे ही तो कल की खुशियां होते हैं।
……..✍️ सत्य कुमार प्रेमी
मुक्तक
बच्चे ही मां बाप की दुनियां होते हैं।
बच्चे हैं इक फूल जो कलियां होते हैं।
कल बेकल हो जाता है,बच्चों के बिन,
बच्चे ही तो कल की खुशियां होते हैं।
……..✍️ सत्य कुमार प्रेमी