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14 Nov 2024 · 1 min read

बच्चे और युवा ही किसी देश या राष्ट्र निर्माण के प्रथम स्त्रो

बच्चे और युवा ही किसी देश या राष्ट्र निर्माण के प्रथम स्त्रोत या केंद्र होते है जिस देश के युवा दिशाहीन गलत मार्ग पर अग्रसरित हो जाते है उस देश का विकास मंद हो जाता है अपराध हिंसा बलात्कार जैसे अवगुण बढ़ जाते है।
प्रद्यौगिकी और अविष्कार ही किसी राष्ट्र के निर्माण का प्रथम अभिकारक है।
RJ Anand Prajapati

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