बच्ची से व्यभिचार
तार तार इज्जत हुई,आज पुन: इक बार !
क्रूर दरिंदो ने किया,,बच्ची से व्यभिचार !!
क्रूर दरिंदो ने किया, फिर जघन्यतम काज !
इसका होना चाहिए, अब तो शीघ्र इलाज !!
शर्मनाक है कृत्य पर ,बैठे हैं सब मौन !
रही लेखनी चुप अगर, तो पूछेगा कौन !!
रमेश शर्मा.