बच्चा हो बड़ा हो,रिश्ता हो परिवार हो ,पैसा हो करियर हो
बच्चा हो बड़ा हो,रिश्ता हो परिवार हो ,पैसा हो करियर हो
दोस्त हो या प्रेम हो, सेहत हो शारीरिक और मानसिक ये सब पैसे हो शोहरत के लिए आपके वक्त के लिए आपके साथ है वो स्वस्थ शरीर, रिश्ते, परिवार के लिए जरूरी है। आज के वक्त में हम इंसान इनको वक्त नही दे रहे एक वक्त के बाद आपने जो रिश्ते बनाए आप उनमें वो भाव की उपस्तिथि कराने लगते है जो वक्त ना मिलने को वजह से बनते है । तो भावना और भाव का अंतर आने लगता है संवाद का भाव बदलने के साथ साथ खतम होने लगता है।
अगर जीवन में।स्वस्थ और संवाद पूर्ण रिश्ते आपको मानसिक व्यवहारिक मनोविज्ञानिक मजबूती देते है। अगर आप सही से वक्त का पोषण अपने जीवन में मिले रिश्तों को दोगे तो।
सही रिश्ते और संवाद आपके लिए औषधि बन सकते है जीवन के लिए अगर आप वक्त का डोज देते रहेंगे उनको
वरना जीवन में सब होगा पर रिश्ते और संवाद की ज्वार जीवन तक रहेगा जो आपको मानसिक व्यवहारिक अस्वस्थता देगा
जैसे अच्छा पैसा अच्छी जॉब आर्थिक रूप से मजबूत रहने के लिए जरूरी है ऐसे स्वस्थ रिश्ते और अच्छे लोग आपके व्यवहारिक परिवारिक सांसारिक जीवन के स्वस्थ और समृद्ध बनाने के लिए जरूरी है।
आपने व्यक्तिगत जीवन के अलावा परिवारिक रिश्तो दोस्तो को भी वक्त दे।