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8 Jun 2023 · 1 min read

बचपन

छल ना कपट ना मैला मन
ना किसी को किसी से थी जलन
कितना प्यारा था बचपन.

इर्ष्या, द्वेष, बैर-भाव न था
जीवन में कोई तनाव न था
ना दिल में थी कोई उलझन
कितना प्यारा था बचपन.

पल में लड़ना पल में झगड़ना
खुश होकर फिर साथ में चलना
नहीं रहती थी कभी अनबन
कितना प्यारा था बचपन.

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