बचपन
खेल में आज भी लगा है मन !
है अभी भी यही कही बचपन !
भूलते ही नहीं पुराने दिन !
है कही दिल में आज सूनापन !!
आलोक मित्तल उदित
खेल में आज भी लगा है मन !
है अभी भी यही कही बचपन !
भूलते ही नहीं पुराने दिन !
है कही दिल में आज सूनापन !!
आलोक मित्तल उदित