बचपन मे श्रीमान
मेरी यादों ने भरी, …….. …..ऐसी मित्र उड़ान !
लौट गया मन आज फिर, बचपन मे श्रीमान !!
पल में ही बचपन गया, पल में हुआ जवान !
पल मे हुआ अधेड़ कब, हुआ नही ये भान !!
रमेश शर्मा
मेरी यादों ने भरी, …….. …..ऐसी मित्र उड़ान !
लौट गया मन आज फिर, बचपन मे श्रीमान !!
पल में ही बचपन गया, पल में हुआ जवान !
पल मे हुआ अधेड़ कब, हुआ नही ये भान !!
रमेश शर्मा