Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Dec 2023 · 1 min read

– बचपन चला गया पर बचपना नही गया –

बचपन चला गया पर बचपना नही गया –
बाल्यावस्था में खेले कूदे,
बहुत की थी मौज ,
मस्ती में है झूमे थे हम,
न किसी की चिंता न कोई परेशानी का खौफ,
अब जब देखते है बच्चो को ,
उनके नन्हे कदमों को,
हो जाते है हम भी बच्चे नही रहता उम्र का भान,
चली गई जो अवस्था उसका नही रहता है ध्यान,
बच्चे के संग बच्चे बनकर खेलने कूदने का मन करे,
क्योंकि भले ही बचपन चला गया हो,
पर नही गया अब तक बचपना,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान

Language: Hindi
134 Views

You may also like these posts

आग और पानी 🙏
आग और पानी 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जो राम हमारे कण कण में थे उन पर बड़ा सवाल किया।
जो राम हमारे कण कण में थे उन पर बड़ा सवाल किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
प्रेम लौटता है धीमे से
प्रेम लौटता है धीमे से
Surinder blackpen
“कवि की कविता”
“कवि की कविता”
DrLakshman Jha Parimal
शीर्षक -एक उम्मीद आशा की
शीर्षक -एक उम्मीद आशा की
Sushma Singh
"शरीफ कम, समझदार ज्यादा हो गए हैं लोग ll
पूर्वार्थ
अंतस्थ वेदना
अंतस्थ वेदना
Neelam Sharma
दीदार
दीदार
Santosh kumar Miri
जो भगवान श्रीकृष्ण अपने उपदेश में
जो भगवान श्रीकृष्ण अपने उपदेश में "धर्मसंस्थापनार्थाय संभवाम
गुमनाम 'बाबा'
विचार
विचार
Kanchan verma
सगळां तीरथ जोवियां, बुझी न मन री प्यास।
सगळां तीरथ जोवियां, बुझी न मन री प्यास।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
दो अक्टूबर
दो अक्टूबर
नूरफातिमा खातून नूरी
My cat
My cat
Otteri Selvakumar
दोहा पंचक. . . .  अधर
दोहा पंचक. . . . अधर
sushil sarna
..
..
*प्रणय*
वैश्विक खतरे के बदलते स्वरूप में भारत की तैयारी
वैश्विक खतरे के बदलते स्वरूप में भारत की तैयारी
Sudhir srivastava
⚜️गुरु और शिक्षक⚜️
⚜️गुरु और शिक्षक⚜️
SPK Sachin Lodhi
शब का आँचल है मेरे दिल की दुआएँ,
शब का आँचल है मेरे दिल की दुआएँ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
2458.पूर्णिका
2458.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
13.प्रयास
13.प्रयास
Lalni Bhardwaj
मैं तुझसे नज़रे नहीं चुराऊंगी,
मैं तुझसे नज़रे नहीं चुराऊंगी,
Jyoti Roshni
"आज तक"
Dr. Kishan tandon kranti
सच्चाई है कि ऐसे भी मंज़र मिले मुझे
सच्चाई है कि ऐसे भी मंज़र मिले मुझे
अंसार एटवी
~ मां ~
~ मां ~
Priyank Upadhyay
आओ अच्छाई अपनाकर
आओ अच्छाई अपनाकर
महेश चन्द्र त्रिपाठी
*समान नागरिक संहिता गीत*
*समान नागरिक संहिता गीत*
Ravi Prakash
किस से कहें
किस से कहें
हिमांशु Kulshrestha
गुजरे ज़माने वाले।
गुजरे ज़माने वाले।
Taj Mohammad
Happy new year 2024
Happy new year 2024
Ranjeet kumar patre
मनमीत
मनमीत
D.N. Jha
Loading...