Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jun 2024 · 1 min read

बचपन की मोहब्बत

बचपन की मोहब्बत को कैसे भुला पायेंगे
वादा करते जाओ,कभी याद नहीं आयेंगे।

अब जो बिछड़े है तो शायद ही मिल पाये
जिंदगी भर हम इस घाव को सहलाएंगे।

जिंदगी हंस के गुजरती तो बहुत अच्छा था
अब रो रो कर ही इस से हम निभायेंगे।

बहुत मिलेंगे नये हमसफ़र, इस दुनिया में
हम सब से तेरे किस्से‌ जरूर सुनायेंगे।

माना वक्त भर देता है हर घाव को लेकिन
इन जख्मों के निशान,हम न मिटा पाएंगे।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
1 Like · 25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
बड़ा ही सुकूँ देगा तुम्हें
ruby kumari
हौसला कभी टूटने नहीं देना , फ़तह  हौसलों से होती है , तलवारो
हौसला कभी टूटने नहीं देना , फ़तह हौसलों से होती है , तलवारो
Neelofar Khan
दो सहोदर
दो सहोदर
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
#प्रभात_चिन्तन
#प्रभात_चिन्तन
*प्रणय प्रभात*
पिता
पिता
Dr.Priya Soni Khare
हमको अब पढ़ने स्कूल जाना है
हमको अब पढ़ने स्कूल जाना है
gurudeenverma198
मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही।
मां के आंचल में कुछ ऐसी अजमत रही।
सत्य कुमार प्रेमी
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
2822. *पूर्णिका*
2822. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तात
तात
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
जीवन में
जीवन में
ओंकार मिश्र
जीवन पथ
जीवन पथ
Dr. Rajeev Jain
कुंडलिया. . .
कुंडलिया. . .
sushil sarna
कभी कभी लगता है की मैं भी मेरे साथ नही हू।हमेशा दिल और दिमाग
कभी कभी लगता है की मैं भी मेरे साथ नही हू।हमेशा दिल और दिमाग
Ashwini sharma
पढ़े-लिखे पर मूढ़
पढ़े-लिखे पर मूढ़
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
🌸साहस 🌸
🌸साहस 🌸
Mahima shukla
उतर चुके जब दृष्टि से,
उतर चुके जब दृष्टि से,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Global climatic change and it's impact on Human life
Global climatic change and it's impact on Human life
Shyam Sundar Subramanian
दहेज की जरूरत नहीं
दहेज की जरूरत नहीं
भरत कुमार सोलंकी
मेरी पहचान!
मेरी पहचान!
कविता झा ‘गीत’
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
हिन्दी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
Lokesh Sharma
पतझड़ से बसंत तक
पतझड़ से बसंत तक
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
पसंद प्यार
पसंद प्यार
Otteri Selvakumar
आंखों की भाषा के आगे
आंखों की भाषा के आगे
Ragini Kumari
"हँसिया"
Dr. Kishan tandon kranti
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
Neeraj Agarwal
साधु की दो बातें
साधु की दो बातें
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"जब भी ये दिल हताश होता है"
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
8. टूटा आईना
8. टूटा आईना
Rajeev Dutta
लौट कर वक़्त
लौट कर वक़्त
Dr fauzia Naseem shad
Loading...