Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Aug 2024 · 1 min read

*बचपन की पहली तीजो में, गुड़िया का श्रंगार (गीत)*

बचपन की पहली तीजो में, गुड़िया का श्रंगार (गीत)
_________________________
बचपन की पहली तीजो में, गुड़िया का श्रंगार
1)
हरी-लाल चूड़ी खनकाती, पहनी दौड़ी जाती
माथे पर बिंदी छोटी-सी, सबसे ज्यादा भाती
हॅंस-हॅंस कर नन्ही बूंदों का करती है सत्कार
2)
पहना हरा फ्रॉक है झिलमिल, हरियाली को गाती
झूले पर पैंगे भर-भर कर. उत्सव खूब मनाती
जब चलती तो अच्छी लगती, पायल की झंकार
3)
गमले पौधे पेड़ प्रकृति सब, मनभावन मुस्काती
घने बादलों से संध्या ज्यों, दोपहरी में छाती
भरा हुआ है मस्ती से हर, बच्चे का व्यवहार
बचपन की पहली तीजो में, गुड़िया का श्रंगार

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

74 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

ज़िंदगी यूँ तो बड़े आज़ार में है,
ज़िंदगी यूँ तो बड़े आज़ार में है,
Kalamkash
****बसंत आया****
****बसंत आया****
Kavita Chouhan
ठहर नहीं
ठहर नहीं
Dr fauzia Naseem shad
यक्षिणी-17
यक्षिणी-17
Dr MusafiR BaithA
I'm trying to be happy
I'm trying to be happy
VINOD CHAUHAN
चकाचौंध की दुनियां से सदा डर लगता है मुझे,
चकाचौंध की दुनियां से सदा डर लगता है मुझे,
Ajit Kumar "Karn"
भारत अखंड है, अखंड ही रहेगा
भारत अखंड है, अखंड ही रहेगा
Harinarayan Tanha
New88.co.uk là đại lý chính thức của nhà cái new88. Trang we
New88.co.uk là đại lý chính thức của nhà cái new88. Trang we
new88couk
"संयोग"
Dr. Kishan tandon kranti
There are instances that people will instantly turn their ba
There are instances that people will instantly turn their ba
पूर्वार्थ
ज़रा सा इश्क
ज़रा सा इश्क
हिमांशु Kulshrestha
संवेदनहीन
संवेदनहीन
अखिलेश 'अखिल'
गीत ( भाव -प्रसून )
गीत ( भाव -प्रसून )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
वो दिखाते हैं पथ यात्रा
वो दिखाते हैं पथ यात्रा
प्रकाश
संवरना हमें भी आता है मगर,
संवरना हमें भी आता है मगर,
ओसमणी साहू 'ओश'
सवाल करना तो बनता है
सवाल करना तो बनता है
Khajan Singh Nain
समस्या से समाधान तक
समस्या से समाधान तक
शिव प्रताप लोधी
कोई काम जब मैं ऐसा करता हूं,
कोई काम जब मैं ऐसा करता हूं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रेम की गहराई
प्रेम की गहराई
Dr Mukesh 'Aseemit'
चोपाई छंद गीत
चोपाई छंद गीत
seema sharma
दिल का बुरा नहीं हूँ मैं...
दिल का बुरा नहीं हूँ मैं...
Aditya Prakash
आज तो मेरी हँसी ही नही रूकी
आज तो मेरी हँसी ही नही रूकी
MEENU SHARMA
विरह व्यथा
विरह व्यथा
Meenakshi Madhur
#दीनदयाल_जयंती
#दीनदयाल_जयंती
*प्रणय*
कुछ प्रेम उत्सव नहीं मना पाते
कुछ प्रेम उत्सव नहीं मना पाते
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
दूहौ
दूहौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
रोशनी का रखना ध्यान विशेष
रोशनी का रखना ध्यान विशेष
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
मैं भारत माँ का प्रहरी हूँ
मैं भारत माँ का प्रहरी हूँ
श्रीकृष्ण शुक्ल
आजकल की पीढ़ी अकड़ को एटीट्यूड समझती है
आजकल की पीढ़ी अकड़ को एटीट्यूड समझती है
Sonam Puneet Dubey
जहाँ केवल जीवन है वहाँ आसक्ति है, जहाँ जागरूकता है वहाँ प्रे
जहाँ केवल जीवन है वहाँ आसक्ति है, जहाँ जागरूकता है वहाँ प्रे
Ravikesh Jha
Loading...