बचपन की दोस्ती (कविता)
बचपन के दोस्तों को
कभी भुलाया नहीं जाता
उनकी मीठी सी यादों को
बिसराया नहीं जाता
जिंदगी में कुछ ही लम्हें
हम बिताते हैं दोस्तों के साथ
लेकिन वही पल दिल में संजोए
हर पल जीवन में आगे बढ़ते हैं
मुसीबत की घड़ी में जो
दोस्त निस्वार्थ देते साथ
वहीं दोस्त खुशी में भी बनाए
हमारे हर पल कुछ खास
भले ही जीवन के पथ
पर राहें बदल जाएं
लेकिन दोस्तों की दोस्ती
सदा दिलों में जिंदा रहती है
इसी दोस्ती को करो हर रिश्ते में आबाद
बचपन की दोस्ती सदैव जिंदाबाद