Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Jul 2021 · 1 min read

“बगुला-भगत”

“बगुला-भगत”
***********

चतुराई होती, चरम पार;
इतने तेज इसके ,नयन;
जैसे बगुला हो,
इसकी बहन।

बड़ों-बड़ों से होती,
इसकी संगत,
निपुणता से करे ये ,
सबकी आव-भगत।
तब तो नाम इसका,
है”बगुला-भगत”।

“बकोध्यानम” ही,
इसका गुण,
मस्त रहता ये,
अपनी ही धुन;
जानकारी की होती,
इसे बहुत अभाव,
लेकिन हर जगह,
छोड़ता ये प्रभाव।

एक बार जो ,
इसके पकड़ में आए,
बेचैन हो वो,
बहुत छटपटाए,
चाहे जगह कैसी भी हो,
ये सदा अपना ही,
गुण गाये।

ये अपने गर्दन,
बहुत ही लचकाता,
हर बात में ये,
अपनी हाथ चमकाता।
ये अपने भोजन को,
सीधे निगल जाता।
मगर ये थोड़ा,
शिष्टाचार भी दिखाता।

चलता ये तेजी से,
जैसे कोई धावक हो,
इसे ठंड लगती कम,
जैसे पास ही पावक हो,
हर मौसम रहता ये,
सदा ही फिट-फाट,
बगुले की तरह ही,
दिखता है साफ।
******************

…… ✍️पंकज “कर्ण”
…………कटिहार।।

Language: Hindi
8 Likes · 1301 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from पंकज कुमार कर्ण
View all
You may also like:
कौआ और कोयल (दोस्ती)
कौआ और कोयल (दोस्ती)
VINOD CHAUHAN
अड़बड़ मिठाथे
अड़बड़ मिठाथे
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
"आधी है चन्द्रमा रात आधी "
Pushpraj Anant
ज़िन्दगी
ज़िन्दगी
Santosh Shrivastava
हम सनातन वाले हैं
हम सनातन वाले हैं
Shyamsingh Lodhi (Tejpuriya)
2581.पूर्णिका
2581.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
पुरुष चाहे जितनी बेहतरीन पोस्ट कर दे
पुरुष चाहे जितनी बेहतरीन पोस्ट कर दे
शेखर सिंह
खुदा पर है यकीन।
खुदा पर है यकीन।
Taj Mohammad
किसान आंदोलन
किसान आंदोलन
मनोज कर्ण
सच तो यही हैं।
सच तो यही हैं।
Neeraj Agarwal
* पराया मत समझ लेना *
* पराया मत समझ लेना *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अधीर मन खड़ा हुआ  कक्ष,
अधीर मन खड़ा हुआ कक्ष,
Nanki Patre
है शारदे मां
है शारदे मां
नेताम आर सी
मां तुम्हें सरहद की वो बाते बताने आ गया हूं।।
मां तुम्हें सरहद की वो बाते बताने आ गया हूं।।
Ravi Yadav
बेटी ही बेटी है सबकी, बेटी ही है माँ
बेटी ही बेटी है सबकी, बेटी ही है माँ
Anand Kumar
मंजिल तो  मिल जाने दो,
मंजिल तो मिल जाने दो,
Jay Dewangan
Started day with the voice of nature
Started day with the voice of nature
Ankita Patel
तोड देना वादा,पर कोई वादा तो कर
तोड देना वादा,पर कोई वादा तो कर
Ram Krishan Rastogi
यह मेरी इच्छा है
यह मेरी इच्छा है
gurudeenverma198
तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है |
तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है |
कवि दीपक बवेजा
*नेता जी के घर मिले, नोटों के अंबार (कुंडलिया)*
*नेता जी के घर मिले, नोटों के अंबार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Adhere kone ko roshan karke
Adhere kone ko roshan karke
Sakshi Tripathi
भरोसा खुद पर
भरोसा खुद पर
Mukesh Kumar Sonkar
शादी की अंगूठी
शादी की अंगूठी
Sidhartha Mishra
थाल सजाकर दीप जलाकर रोली तिलक करूँ अभिनंदन ‌।
थाल सजाकर दीप जलाकर रोली तिलक करूँ अभिनंदन ‌।
Neelam Sharma
हाथ में खल्ली डस्टर
हाथ में खल्ली डस्टर
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
युगों    पुरानी    कथा   है, सम्मुख  करें व्यान।
युगों पुरानी कथा है, सम्मुख करें व्यान।
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
"मैं मजदूर हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
गले लगा लेना
गले लगा लेना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
व्यक्ति नही व्यक्तित्व अस्ति नही अस्तित्व यशस्वी राज नाथ सिंह जी
व्यक्ति नही व्यक्तित्व अस्ति नही अस्तित्व यशस्वी राज नाथ सिंह जी
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
Loading...