बगावत है
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दूर दो दिलों का रहना ही तो बगावत है
साथ – साथ चलते रहने में ही तो बरकत है
साथ – साथ ही अब मिल कर रहे युवा दिल तो
प्यार अब न होगा फिर बेवफा वकालत है
एक दूसरे से हो गर खफा कभी प्रेमी
मामला सुलझ जाने को यही अदालत है
भूलना न अपनों को तुम सदा सदा को फिर
आज तो युवाओं को यह सही नसीहत है
भूलना न अपनों को तुम सदा सदा को फिर
आज तो युवाओं को यह सही नसीहत है