बकरे की माई कब तक खैर मनाएगी।
बकरीद
बकरे की माई कब तक खैर मनाएगी।
इठलाती बलखाती छुरिया गर्दन पे चल जाएगी
कुर्बानी कुर्बानी देखो कुर्बानी
ईद मुबारक ईद मुबारक
जनता जनार्दन गायेगी
बकरे की माई कब तक खैर मनाएगी ।
खूब चराया पाला पोसा
चना चबेना खूब परोसा
खाले अब बादाम खजूरे
माल मिलेंगे तुझको पूरे
जिस्म पे भी तो पूरी बरकत आयेगी
बकरे की माई कब तक खैर मनाएगी ।
जो खाये उसको भी मुबारक
ना खाये उसको भी मुबारक
नेमत ये बख्शी है मुबारक
गली गली की नाली देखो
लाल लाल रंग जायेगी
बकरे की माई कब तक खैर मनाएगी ।
ईद मुबारक ईद मुबारक
बेजुबान की चीख मुबारक
बेरहमी की दीद मुबारक
कुर्बानी की ईद मुबारक
पीढ़ी दर पीढ़ी कुर्बानी की सीढ़ी बढ़ती जाएगी
बकरे की माई कब तक खैर मनाएगी ।
अनुराग दीक्षित