बंदिश
बंदिश है न कोई रोक टोक
न ही कोई जहरीला निवाला
बुराइयों पर लगाए जो रोक
वह है बंदिश नाम का ताला
सही ढंग से इसे अपनाओ
रखो न किसी से रंजिश।
बुरे तरीके बंदिश के भाई
बुरी नहीं होती है बंदिश। ।
बहू तो हो रूप गुण वाली
पर बेटी हमें नहीं चाहिए
यदि बेटी को मारोगे तो
बहू किस विधि पाइए
भ्रूण हत्या पर लगा दो अंकुश
यह है असली बंदिश
बुरे तरीके बंदिश के भाई
बुरी नहीं होती है बंदिश।
सदा करो सम्मान नारी का
न हो कभी भी वह आहत
इज़्ज़त यदि चाहते अपनी
उसको भी दो वैसी इज़्ज़त
बेअदबों पर लगाओ अंकुश
यही है असली बंदिश
बुरे तरीके बंदिश के भाई
बुरी नहीं होती है बंदिश।
काट रहे हो वन कानन
बना रहे नित नूतन नगर
संभल जाओ वरना गिरेगा
प्रकृति का तुम पर कहर
वृक्ष कटाई पर लगा दो अंकुश
यही है असली बंदिश
बुरे तरीके बंदिश के भाई
बुरी नहीं होती है बंदिश।
मद्यपान वह है विष जो
इंसान को बनाता पशु है।
सच पूछो तो यह बुरी लत
मानवता की बड़ी शत्रु है।
मदिरा पर ही लगा दो अंकुश
यही है असली बंदिश
बुरे तरीके बंदिश के भाई
बुरी नहीं होती है बंदिश।
रंजना माथुर
अजमेर (राजस्थान)
मेरी स्व रचित व मौलिक रचना
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