– बंदिशे बहुत है –
– बंदिशे बहुत है –
तेरे और मेरे बीच में,
प्यार मोहब्बत के दरमियान,
जमाने में,
दो दिलो के मेल में,
दो आत्माओं के संगम में,
दो प्रेम के पंछियों के संयोजन में,
दो प्रेम के पक्षियों के मिलन में,
दो युवा जोश के संकलन में,
उनके प्रेम के आंकलन में,
एक दूसरे के हो जाने में,
एक दूजे में समाने में,
यह दुनिया और समाज की बंदिशे बहुत है,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान