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12 Aug 2021 · 1 min read

बंजर धरती पे हरियाली

किस पथ जाए किसान
किस पथ जाए माली
उस जड़ चेतन का ध्‍यान करें
जिनकी महीमा हो निराली ।
असंभव नहीं संभव है
कि बंजर धरती पे हरियाली ।
सींचेंगे वो अपने रक्‍त से
भले ही आज वहाँ मरूधान है
आस का भाग्‍य देता सदा साथ है
परिश्रम का जिनको वरदान है
पौ फटने के आसार हैं
हिरितीमा है मीटने वाली
असंभव नहीं संभव है
कि बंजर धरती पे हरियाली ।

Language: Hindi
3 Likes · 445 Views
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