फ्लाई ओवर पर फँसे 【कुंडलिया】
दो कुंडलियाँ
{1}
फ्लाई ओवर पर फँसे 【कुंडलिया】
फ्लाईओवर पर फँसे ,मिनट समूचे बीस
असुरक्षित मोदी रहे , लोकतंत्र की टीस
लोकतंत्र की टीस , अराजकता है हावी
कैसे कहें किसान ,सियासत सिर्फ प्रभावी
कहते रवि कविराय ,हुई साजिश गुड़-गोबर
सकुशल आए लौट , वही था फ्लाईओवर
रचयिता : रवि प्रकाश,बाजार सर्राफा,रामपुर
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{2}
मोदी जी युग-युग जिएँ 【कुंडलिया】
जिंदा बचकर आ गए ,ईश्वर का आभार
मोदी जी युग-युग जिएँ ,सौ क्या वर्ष हजार
सौ क्या वर्ष हजार , अराजकता प्रभु हारे
सदा देश में उच्च , भाग्यफल रहें हमारे
कहते रवि कविराय , महज नाकाफी निंदा
धन्यवाद सौ बार , लोकप्रिय नेता जिंदा
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रचयिता: रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उ. प्र.)
मोबाइल 99976 15451