फ्लाइंग किस और धूम्रपान
फ्लाइंग किस और धूम्रपान
मेरे एक डॉक्टर मित्र धूम्रपान से हानि के प्रति दूसरों को करते हैं सावधान,
पर कुछ अंतराल पर अगर स्वयं सिग्रेट न पियें तो हो जाते हैं अत्यंत परेशान।
एक कांफ्रेंस में कुछ दूर बैठे सहयोगी से डॉक्टर ने सिगरेट पीने की इच्छा इशारे से जताई,
उसनें होठों पे हाथ की उँगलियाँ रख कर सिगरेट पीने की मुद्रा में अपनी बाजु हवा में लहराई।
यह देखकर सामने बैठी एक उम्र-दराज़ महिला मेरे डॉक्टर मित्र पर चिल्लाई,
“इतने बड़े डॉक्टर होकर आपको ऐसी बदतमीज़ी करते जरा भी लाज़ नहीं आई।“
अति उत्कृष्ट था सशक्त नारी का ऊर्जा उत्सर्जन,
गूंज रहा था वाणी में पार्लियामेंट से प्रभावित गर्जन।
मेरा सरल ,सुसंकृत व् सदाचारी मित्र महिला की तेज आवाज़ सुन घबराया ,
उसने कौन सा कदाचार किया यह कुछ भी उसकी समझ में नहीं आया।
वह आश्चर्य से बोला,” मैडम न मैने कुछ कहा; न मैंने कुछ किया,
क्या कारण है की फिर भी आपने क्रोध में अपना आपा खो दिया ? ”
मैडम बोली, ” क्या आप को नहीं है आपके आचरण का अहसास !
आप ने सब के सामने मुझे फ्लाइंग किस देने का किया है दुःसाहस।“
कर्ण- भेदी शोर सुन मेरे मित्र का सहयोगी, संयोजक के साथ वहां भागा आया,
सहयोगी ने कश लगाने के संकेत का स्पष्टीकरण देकर सारा मामला सुलझाया।
मित्र ने घर आकर गलती से पत्नी को कांफ्रेंस में घटित घटना सुनाई,
पत्नी ने सम्पूर्ण प्रसंग सुना पर पति द्वारा प्रस्तुत पक्ष पर संतुष्टि नहीं जताई।
बोली ,”आजकल बड़ी सूक्षम्ता से टीवी पर देखते हो संसद की कार्यवाही
ऐसा प्रतीत होता है कि आपकी हरकत ने वहीँ से ही होगी प्रेरणा पायी। ”
जो सिगरेट पीने के आदी हैं; अब वह सब हो जायें सावधान,
नारियां यदि निकट हों तो हाथों के नियंत्रण पर दें विशेष ध्यान।
डॉ हरविंदर सिंह बक्शी
20 -8 -2023