फोन का प्रभाव
आज कल व्यक्ति सोशल साइट्स और सेल्फ़ी के इतने आदि हो चुके है कि अधिकतर समय फ़ोन में ही लगे रहते है।और दिन भर मैसज और फोटो डालते रहते है।आज लोग कहीं भी जाएं अपने फ़ोन में ही लगे रहते है।आपस में अगर बैठे है तो भी उस माहौल का मजा और आनंद लेने की बजाय अपने अपने फ़ोन में ही लगे रहते है।और अगर कहीं व्यक्ति घूमने के लिए भी जाते है तो सेल्फ़ी लेने के चक्कर में उस उस प्रकृति की पूरा आनंद नही ले पाते है।
आने वाले समय में ये समस्या और भी भयंकर होती जायगी। आज कल व्यक्ति की यह आदत हो गई है कि अपने पास बैठे लोगों से उतना बात नहीं करते
जितना की सोशल साइट्स के जरिये करते है।।
आज व्यक्ति अपने रिश्तों को लगभग खोता ही जा
रहा है।
पहले जब सभी दोस्त एक साथ बैठते थे तो तो कितना मज़ा आता था,सभी मिलकर बातचीत करते थे।लेकिन आज अधिकतर लोग अपने फ़ोन में ही लगे रहते है।
इसलिए जो व्यक्ति हमारे पास है हमें उनसे ही बात करनी चाहिए।
नाम-ममता रानी,राधानगर(बाँका)